आज के समय में स्वास्थ्य सेवाओं की मांग तेजी से बढ़ रही है, खासकर घर पर रहकर मिलने वाली स्वास्थ्य देखभाल (Home Based Health Care) की। बुजुर्गों, विकलांगों और लंबी बीमारी से पीड़ित मरीजों को घर पर ही मेडिकल सहायता की जरूरत होती है। इसी जरूरत को पूरा करने के लिए "Certificate in Home Based Health Care" कोर्स की शुरुआत की गई है। यह कोर्स उन लोगों के लिए बनाया गया है जो घर पर रहकर मरीजों की देखभाल करना चाहते हैं और इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं।
सहकर्मियों के साथ - गृह स्वास्थ्य बीमा का उद्देश्य व्यक्तियों को न केवल स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए आवश्यक सहायता से लैस करना है, बल्कि उनके आवासीय क्षेत्र के गरीबों को अर्ध सहायता भी प्रदान करना है।यह कोर्स उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो नर्सिंग या मेडिसिन जैसी लंबी अवधि की डिग्री हासिल किए बिना हेल्थकेयर सेक्टर में काम करना चाहते हैं। प्रशिक्षण व्यावहारिक देखभाल तकनीकों, आपातकालीन प्रतिक्रिया और रोगी स्वच्छता पर केंद्रित है, जो इसे उन लोगों के लिए आदर्श बनाता है जो अस्पतालों, वृद्धाश्रमों या निजी देखभाल सेवाओं में जल्दी से काम करना शुरू करना चाहते हैं।
इस कोर्स का एक प्रमुख लाभ इसकी लचीलापन है। कई संस्थान पूर्णकालिक और अंशकालिक दोनों मोड प्रदान करते हैं, जिससे छात्रों को अपनी पढ़ाई को अन्य प्रतिबद्धताओं के साथ संतुलित करने की अनुमति मिलती है। इसके अतिरिक्त, कुछ संगठन इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करते हैं जहाँ प्रशिक्षु चिकित्सा पेशेवरों की देखरेख में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। वास्तविक जीवन की स्वास्थ्य सेवा परिदृश्यों को संभालने में आत्मविश्वास और योग्यता बनाने के लिए यह व्यावहारिक प्रदर्शन महत्वपूर्ण है।
एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू बढ़ती हुई बुजुर्ग आबादी और मधुमेह, उच्च रक्तचाप और गठिया जैसी पुरानी बीमारियों के बढ़ते मामलों के कारण घर-आधारित देखभाल करने वालों की बढ़ती मांग है। कई परिवार अपने प्रियजनों को अस्पतालों या नर्सिंग होम में भेजने के बजाय प्रशिक्षित देखभाल करने वालों को काम पर रखना पसंद करते हैं। इस प्रवृत्ति ने शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में कई रोजगार के अवसर खोले हैं।
स्वरोजगार में रुचि रखने वालों के लिए, यह पाठ्यक्रम निजी देखभाल सेवा शुरू करने के लिए आवश्यक ज्ञान प्रदान करता है। उचित प्रमाणन के साथ, कोई भी प्रतिस्पर्धी दरों पर ग्राहकों को पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल, फिजियोथेरेपी सहायता और दैनिक स्वास्थ्य निगरानी जैसी सेवाएँ प्रदान कर सकता है।
इसके अलावा, कुछ उन्नत कार्यक्रमों में टेलीमेडिसिन प्रशिक्षण शामिल है, जहाँ देखभाल करने वाले डिजिटल उपकरणों का उपयोग करके दूरस्थ रोगी निगरानी में डॉक्टरों की सहायता करना सीखते हैं - एक ऐसा कौशल जो आज के तकनीक-संचालित स्वास्थ्य सेवा उद्योग में तेजी से मूल्यवान होता जा रहा है।
इस आर्टिकल में हम इस कोर्स के बारे में विस्तार से जानेंगे, जैसे:
होम बेस्ड हेल्थ केयर कोर्स क्या है?
इस कोर्स को कौन कर सकता है?
कोर्स की अवधि और फीस
सिलेबस और स्किल्स
करियर संभावनाएं
कोर्स कहाँ से करें?
होम बेस्ड हेल्थ केयर कोर्स क्या है?
पूरे घर में प्रमाण पत्र - होम हेल्थकेयर सिस्टम वास्तव में एक संक्षिप्त डॉक्टर पाठ्यक्रम है जिसका उद्देश्य घरेलू स्वास्थ्य बीमा टेक्सो परियोजनाओं के माध्यम से निचले वर्ग के लोगों को प्रशिक्षित करना है। उपरोक्त वर्ग किराने की दुकानों, सुपरमार्केट चेन, वॉशिंग, फिजियोथेरेपिस्ट जैसे नेतृत्व के साथ-साथ किराने की दुकानों जैसे चिकित्सा उपचार के लिए आवश्यक मामलों का परिचय देता है। उक्त पाठ्यक्रम विभाग और संबद्ध स्वास्थ्य पथ की तरह संक्षिप्त है, लेकिन यह या तो होम हेल्थकेयर पर केंद्रित है।
कौन ऐसा पथ अपना सकता है?
यह पथ उन लोगों के लिए बेहतर लगता है जिन्होंने:
नौवीं पास की है, बल्कि कक्षा 12 पास की है।
विभाग के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से निवेश किया है।
सामुदायिक सेवा करना चाहते हैं।
महिलाएँ जो स्वास्थ्य बीमा नौकरी की स्थिति और घर के द्वारा करना चुनती हैं।
जो लोग मेडिकल फील्ड में शॉर्ट-टर्म कोर्स करना चाहते हैं।
कुछ संस्थानों में न्यूनतम आयु 18 वर्ष और बेसिक हेल्थ नॉलेज की आवश्यकता होती है।
कोर्स की अवधि और फीस
अवधि: 3 महीने से 1 साल (संस्थान पर निर्भर)
फीस: ₹5,000 से ₹20,000 (सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में अलग-अलग)
कुछ सरकारी संस्थान और NGO कम फीस में यह कोर्स करवाते हैं।
सिलेबस और स्किल्स
इस कोर्स में निम्नलिखित टॉपिक्स पढ़ाए जाते हैं:
1. बेसिक मेडिकल नॉलेज
शरीर की बुनियादी संरचना
ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल चेक करना
सामान्य बीमारियों की पहचान
2. पेशेंट केयर
मरीज को सही तरीके से उठाना-बैठाना
बेडसोर (Bedsores) से बचाव
व्यक्तिगत स्वच्छता (Bathing, Dressing)
3. दवाइयों का प्रबंधन
डॉक्टर के निर्देशानुसार दवा देना
इंजेक्शन लगाना (ट्रेनिंग के बाद)
4. इमरजेंसी केयर
हार्ट अटैक, स्ट्रोक, चोट लगने पर प्राथमिक उपचार
CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन)
5. मानसिक स्वास्थ्य देखभाल
डिप्रेशन और तनाव वाले मरीजों की देखभाल
बुजुर्गों के साथ संवाद करने का तरीका
6. स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण
मरीज के कमरे की सफाई
संक्रमण से बचाव के उपाय
करियर संभावनाएं
इस कोर्स को करने के बाद निम्न जॉब प्रोफाइल में काम कर सकते हैं:
1. होम केयर नर्स/अटेंडेंट
घर पर मरीजों की देखभाल करना, दवाइयां देना और डॉक्टर से संपर्क करना।
2. हॉस्पिटल में वार्ड बॉय/वार्ड गर्ल
अस्पतालों में मरीजों की सहायता करना।
3. ऑल्ड एज होम में केयरटेकर
बुजुर्गों की देखभाल करना और उनकी दैनिक जरूरतों को पूरा करना।
4. NGO और सामाजिक संस्थाओं में काम
स्वास्थ्य कैंप और कम्युनिटी हेल्थ प्रोग्राम में योगदान देना।
5. फ्रीलांस केयरगिवर
अपनी सेवाएं प्राइवेट तौर पर देकर अच्छी कमाई करना।
कोर्स कहाँ से करें?
भारत में कई संस्थान और NGO यह कोर्स करवाते हैं, जैसे:
1. सरकारी संस्थान
इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) – "Certificate in Home Based Care for Older Persons"
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) – कुछ राज्यों में फ्री ट्रेनिंग
राज्य सरकार के मेडिकल कॉलेज
2. प्राइवेट संस्थान
Apollo Medskills
Max Healthcare (Home Health Care Training)
Fortis Hospital (Healthcare Assistant Program)
3. ऑनलाइन कोर्स
Coursera, Udemy पर Home Health Aide Courses
NIMHANS (मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कोर्स)
निष्कर्ष
Certificate in Home Based Health Care एक बेहतरीन कोर्स है जो कम समय और कम फीस में हेल्थ केयर सेक्टर में जॉब दिला सकता है। अगर आप लोगों की मदद करना चाहते हैं और मेडिकल फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं, तो यह कोर्स आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। सर्टिफिकेट मिलने के बाद अस्पतालों, नर्सिंग होम, ऑल्ड एज होम या प्राइवेट केयरगिवर के रूप में काम कर सकते हैं।
इस कोर्स को करने के लिए किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से ही एडमिशन लें और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर ध्यान दें। इस तरह आप एक सफल होम केयर प्रोवाइडर बन सकते हैं और समाज की सेवा कर सकते हैं।